ऑनलाइन खाना मंगाने के शौकीनों के लिए यह खबर थोड़ी चिंता का विषय हो सकती है। मोबाइल रिचार्ज के बाद ऑनलाइन खाना मंगाना महंगा हो गया है। फूड डिलीवरी सेवाएं प्रदान करने वाली प्रमुख कंपनियां, Zomato और Swiggy, ने दिल्ली और बेंगलुरू में अपने प्लेटफॉर्म चार्ज में 20% तक की बढ़ोतरी की है। इससे पहले, टेलिकॉम कंपनियों जैसे कि जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया ने अपने एवरेज रेवेन्यू पर यूजर (ARPU) में भी इजाफा किया था। आइए जानें इस बढ़ोतरी का उपभोक्ताओं पर क्या असर पड़ेगा।
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मोबाइल रिचार्ज के बाद ऑनलाइन खाना मंगाना महंगा
Zomato और Swiggy ने अपने प्लेटफॉर्म चार्ज में इजाफा करके उपभोक्ताओं को थोड़ा हैरान कर दिया है। अब दिल्ली और बेंगलुरू में हर एक ऑर्डर पर Zomato और Swiggy 6 रुपये का प्लेटफॉर्म चार्ज वसूलेंगे, जो पहले 5 रुपये था। बेंगलुरू में Swiggy ने पहले 7 रुपये प्लेटफॉर्म फीस चार्ज करने की योजना बनाई थी, लेकिन ग्राहकों की नाराजगी के कारण उन्होंने इसे 6 रुपये पर ही बनाए रखा।
पिछले साल जब Zomato और Swiggy ने प्लेटफॉर्म फीस पेश की थी, तब यह केवल 2 रुपये प्रति ऑर्डर था। इस वर्ष, यह धीरे-धीरे बढ़कर 6 रुपये हो गया है।
टेलिकॉम के बाद फूड डिलीवरी कंपनियों का भार
हाल ही में, टेलिकॉम ऑपरेटर जैसे जियो, एयरटेल, और वोडाफोन-आइडिया ने अपने ARPU में बढ़ोतरी करके ग्राहकों पर बोझ डाला था। इसमें लगभग 20% तक का इजाफा हुआ था। इस बढ़ोतरी के बाद अब फूड डिलीवरी सेक्टर में भी वृद्धि देखने को मिल रही है, जिससे ग्राहक दोहरी मार झेल रहे हैं।
Zomato और Swiggy का मार्केट शेयर
ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेक्टर में Zomato और Swiggy का दबदबा है। Zomato का मार्केट शेयर लगभग 55% है, जबकि Swiggy का लगभग 44% है। यानी, कुल ऑनलाइन फूड ऑर्डर मार्केट के 99% पर इन्हीं दोनों कंपनियों का कब्जा है। इस दबदबे का फायदा उठाते हुए, ये कंपनियां अपनी फीस में इजाफा कर रही हैं।
कंपनी का नाम | मार्केट शेयर (%) |
---|---|
Zomato | 55% |
Swiggy | 44% |
कब-कब हुई कीमतों में बढ़ोतरी
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनियों ने कई बार फीस बढ़ाने का प्रयास किया है। जनवरी में Swiggy और Zomato ने चुनिंदा यूजर्स के लिए प्लेटफॉर्म फीस 10 रुपये तक कर दी थी, जो 3 रुपये के मुकाबले काफी ज्यादा थी। हालांकि, यह चार्ज कभी वसूला नहीं गया।
उपभोक्ताओं को 10 रुपये फीस दिखाया गया, लेकिन डिस्काउंट के बाद उन्हें केवल 5 रुपये ही देने पड़े। अप्रैल में भी कुछ मार्केट में फीस 4 रुपये से बढ़ाकर 5 रुपये प्रति ऑर्डर कर दी गई थी।
उपभोक्ताओं पर बढ़ते बोझ का असर
फीस में इस बढ़ोतरी के कारण उपभोक्ताओं की जेब पर असर पड़ना तय है। जहां एक ओर मोबाइल रिचार्ज की कीमतें बढ़ रही हैं, वहीं दूसरी ओर फूड डिलीवरी के चार्ज में भी वृद्धि होने से ग्राहक चिंतित हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं के लिए यह समझना आवश्यक है कि इन सेवाओं का उपयोग कैसे करें और कहाँ-कहाँ पैसे की बचत की जा सकती है।
समाधान की दिशा में कदम
- सब्सक्रिप्शन प्लान्स: Zomato और Swiggy के कुछ सब्सक्रिप्शन प्लान्स होते हैं, जो उपभोक्ताओं को प्लेटफॉर्म फीस से छुटकारा दिला सकते हैं।
- डिस्काउंट कूपन: ऑनलाइन खाना मंगाने पर विभिन्न बैंकों के क्रेडिट कार्ड्स और डिजिटल वॉलेट्स द्वारा दिए जाने वाले डिस्काउंट का लाभ उठाएं।
- लॉयल्टी प्रोग्राम्स: Swiggy और Zomato के लॉयल्टी प्रोग्राम्स का हिस्सा बनें, जो आपको विशेष छूट प्रदान कर सकते हैं।
- कैशबैक ऑफर्स: विभिन्न पेमेंट ऐप्स के कैशबैक ऑफर्स का भी लाभ उठाएं।
निष्कर्ष
इस बढ़ोतरी का असर उपभोक्ताओं पर अवश्य पड़ेगा, लेकिन सावधानीपूर्वक प्लानिंग और ऑफर्स का लाभ उठाकर खर्चों में कमी लाई जा सकती है। Zomato और Swiggy जैसी कंपनियों के प्लेटफॉर्म चार्ज में वृद्धि से हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हम अपनी जरूरतों के अनुसार कैसे स्मार्ट निर्णय ले सकते हैं।
अन्य महत्त्वपूर्ण बिंदु:
- स्थानीय भोजन: स्थानीय भोजन को प्राथमिकता देकर आप डिलीवरी चार्ज में बचत कर सकते हैं।
- कुकिंग का विकल्प: घर पर खाना पकाने की आदत डालकर भी आप पैसे बचा सकते हैं।
इस प्रकार, ऑनलाइन फूड डिलीवरी का खर्चा बढ़ने के बावजूद, स्मार्ट निर्णय लेकर हम अपनी जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम कर सकते हैं।
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