Tech

ट्रेन की पटरियों के बीच गैप क्यों होता है , जानिए वजह

ट्रेन की पटरियों के बीच गैप क्यों होता है , जानिए वजह
Written by Admin

ट्रेन की पटरियों के बीच गैप क्यों होता है , जानिए वजह: भारत में यात्रा करने के लिए सबसे ज्यादा ट्रेन का इस्तेमाल किया जाता है ! आपने ट्रेन में सफर तो किया ही होगा और रेल की पटरियां भी देखी होंगी ! क्या आप जानते हैं कि जिन पटरियों पर ट्रेन तेज गति से चलती है, उन्हें बिछाते समय उनके बीच कुछ जगह छोड़ी जाती है ! आपने पटरियों में ऐसा देखा होगा ! लेकिन बहुत कम लोग इसका कारण जानते हैं ! क्या आप जानते हैं कि दो पटरियों के बीच जगह क्यों छोड़ी जाती है? अगर नहीं जानते तो हम आपको इसके बारे में जानकारी देंगे !

ट्रेन की पटरियों के बीच गैप क्यों होता है

आपको बता दें कि रेलवे ट्रैक में बिछाई गई पटरी कोई एक पटरी नहीं होती, बल्कि ये अलग-अलग पटरियां होती हैं जिन्हें नट-बोल्ट से एक-दूसरे से जोड़ा जाता है ! जब एक के बाद एक पटरी बिछाई जाती है तो उनके बीच कुछ गैप रह जाता है ! कई लोगों को लगता होगा कि पटरियों के बीच गैप की वजह से कोई हादसा भी हो सकता है तो आपको बता दें कि ऐसा नहीं है !

इस वजह से छोड़ा जाता है ट्रैक पर गैप GK In Hindi

रेलवे ट्रैक में दो पटरियों के बीच जगह छोड़े जाने का एक बड़ा कारण यात्रियों की सुरक्षा है ! जी हां, अगर पटरियों में यह गैप न छोड़ा जाए तो ट्रेन हादसे का शिकार भी हो सकती है ! पटरियों के बीच जगह छोड़ने के पीछे एक बड़ा वैज्ञानिक कारण है ! आपको बता दें कि पटरियां लोहे की बनी होती हैं ! लोहे की यह खासियत होती है कि यह सर्दियों के मौसम में सिकुड़ जाती है जबकि गर्मियों के मौसम में फैल जाती है ! अगर पटरियों के बीच गैप न हो तो गर्मी के दिनों में पटरियां फैल जाएंगी और जगह न मिलने की वजह से टेढ़ी-मेढ़ी हो जाएंगी !

पटरियों को जोड़ते समय छोड़ा जाता है गैप General Knowledge

भारतीय रेलवे पूरी तरह से वैज्ञानिक और तकनीकी आधार पर चलती है ! हालांकि इसमें श्रम शक्ति का भी बहुत बड़ा योगदान होता है ! इसी क्रम में आज हम आपको रेलवे से जुड़ी एक बेहद अहम जानकारी देने जा रहे हैं ! आपने ट्रेन में सफर किया हो या नहीं, कम से कम रेलवे की पटरियां तो देखी ही होंगी !

ट्रेन की पटरियों के बीच गैप क्यों होता है

अगर आपने रेलवे की पटरियां देखी हैं तो यह भी देखा होगा कि पटरियों को फिश प्लेट की मदद से थोड़ी-थोड़ी दूरी पर जोड़ा जाता है ! रेलवे ट्रैक पर जहां भी पटरियां जुड़ी होती हैं, वहां दो पटरियों के बीच गैप दिखाई देता है ! अब कई लोगों को लगता है कि इससे कोई बड़ा रेल हादसा हो सकता है ! सबसे पहले आपको बता दें कि इससे किसी भी तरह की रेल दुर्घटना नहीं होती है !

पटरियों के बीच गैप छोड़ने के पीछे क्या है वजह GK In Hindi General Knowledge

पटरियों के बीच इतना गैप छोड़ने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण है ! दरअसल, अत्यधिक गर्मी के दौरान भारी ट्रेनों के वजन के कारण लोहे से बनी पटरियां फैलने लगती हैं, जबकि सर्दियों में ये सिकुड़ जाती हैं ! लोहे का यह सामान्य व्यवहार है ! लोहे के इस व्यवहार को ध्यान में रखते हुए पटरियों को जोड़ते समय थोड़ा गैप छोड़ा जाता है !

ताकि गर्मियों में जब ये पटरियां ट्रेन के वजन के कारण फैलें तो इन्हें फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिले ! अगर पटरियों को फैलने के लिए जगह नहीं मिलेगी तो उन पर बहुत दबाव पड़ेगा और ऐसी स्थिति में ये फटकर टूट सकती हैं ! हालांकि, अब पटरियों के बीच ऐसे गैप को कम किया जा रहा है ! भारतीय रेलवे वेल्डिंग के जरिए जोड़ों को जोड़ रहा है ! हालांकि, अभी भी कुछ दूरी पर पटरियों को पूरी तरह से नहीं जोड़ा जा रहा है, इनमें अभी भी गैप रखा जा रहा है !

पटरियों में गैप देने का क्या है वैज्ञानिक कारण

रेलवे ट्रैक के जोड़ के पास गैप देने का एक वैज्ञानिक कारण है ! दरअसल, रेलवे की पटरी लोहे की बनी होती है और लोहा सर्दियों में सिकुड़ता है और गर्मियों में फैलता है ! इसी वजह से दो पटरियों के बीच गैप दिया जाता है ! क्योंकि अगर यह गैप न दिया जाए तो फैलने के कारण पटरी कहीं टेढ़ी हो सकती है !

GK In Hindi General Knowledge हालांकि, अब रेलवे की ओर से पटरियों के बीच के इस गैप को कम किया जा रहा है ! अब गैप की जगह पर पटरियों को वेल्ड किया जा रहा है ! लेकिन इसके बाद भी पटरियों के बीच थोड़ा गैप रखा जा रहा है ! ताकि गर्मियों में पटरियां न फैलें और सर्दियों में सिकुड़ें नहीं !

>> ट्रकों के पीछे क्यों लिखा होता है Horn Ok Please, जानिए वजह

>> बरसात के मौसम में चीटियों के क्यों लग जाते हैं पंख? जानें!

About the author

Admin

Tech Writer - 200+ articles published on Edu Tech Gyan since 2021
For as long as I can remember, I have been interested in technology. I have loved gadgets and understanding how things work since a young age. Since graduating, I've worked for tech companies.

Leave a Comment